क्या है 5जी टेक्नोलॉजी, यूजर की समझ से निकट या फिर दूर.

भारत में 5G लॉन्च हो चुका है… अभी कुछ ही शहरों में है लेकिन अगले 2 साल में पूरे भारत में उपलब्ध होगा.

जब भी 5G की बात होती है… तो बस एक ही हल्ला मचाया जाता है… कि इससे 1GB की फ़िल्म 2 सेकंड में download हो जायेगी… दूसरी और लोगों को यह डर लगता है कि अब तो हमारा Data बड़ी जल्दी ख़त्म हो जायेगा…. कुछ ही मिनटों में 2-4 फ़िल्म download करते ही 5-7 GB खत्म हो जायेगा.

दरअसल हम लोगो Technology को सही से समझते नहीं हैं… हम उसके Use Case नहीं समझते…..3G, 4G, 5G का अर्थ बस फ़िल्म की downloading speed से ही जोड़ रखा है… जबकि यह Technology की generation का बदलाव है…. हर G के साथ हमारा जीवन बदलता है, काम करने का तरीका बदलता है.

आइये जानते हैं कैसे.

1G सबसे पहली generation थी… उसमे internet नहीं आता था Phone में… बस Calling ही हुआ करती थी. Phone उठाओ और Wireless Technology का इस्तेमाल कर के किसी और से Voice Call कर लो. फोन बड़े ही साधारण हुआ करते थे… बस keypad और साथ में 1-2 इंच की screen

2G अपने साथ लाया Edge और GPRS… जिसमें 30-40 Kbps की speed का basic internet connection और Messaging, MMS सुविधा हुआ करती थी. इतने धीरे Internet से Basic Websites खुल जाया करती थी… Apps बहुत ही कम हुआ करती थी… Phone अब पहले से बेहतर थे, colored थे, screen size 2-3 इंच हुआ, camera 1.2megapixel हुआ.. Memory 1-2 GB और storage space 8-16 GB तक पहुंचा.

इसी बीच Android और i-phone शुरू हुआ और उसके साथ 2008 में भारत में आया 3G…..फोन पर ही 3-4 Mbps की internet speed मिलने लगी थी, मतलब 2G से 100 गुणा तेज, और पहली बार मोबाइल internet ने Broadband की Speed limit 256Kbps को पीछे छोड़ा था…. बेहतर apps मिलने लगी… फोन पर Dynamic websites खुलने लगीं… साथ ही basic video calling जैसी सुविधा भी शुरू हो गयी… इसी के साथ Hotspot और Internet sharing की सुविधा भी बेहतर मिलने लगी.

अगर आप वो समय याद करेंगे तो पाएंगे कि Apps पहले से ज्यादा होने लगी थी, games उपलब्ध होने लगे थे… Arena games भी फोन में खेले जा सकते थे, हालांकि Basic level के हुआ करते थे…. Video कॉल्स हुआ करती थी, लेकिन बड़ी ही Hazy सी.. अस्पष्ट सी. लेकिन फोन अब बदल गए थे… अब टच स्क्रीन फोन उपलब्ध थे…4-5-6 इंच की screen वाले फोन थे… Camera और Hardware की capacity बदली…. Memory अब 2-4 GB और Storage 32-64 तक बढ़ी… Picture quality सुधरी… लेकिन Online streaming में अभी भी Buffering होती थी.

2012 आता है, और इसी के साथ 4G आता है भारत में….4G में मोबाइल पर आपको 30-40 Mbps की speed मिलने लगी थी… मतलब 3G से 10 गुणा तेज.

अब आप स्वयं सोचिये, 2012 में 4G आने से पहले आपके पास phone कैसे हुआ करते थे, उनकी config क्या हुआ करती थी, camera specification क्या होती थी, memory कितनी होती थी?

4G आते ही Downloading speed ही नहीं बढ़ी, बल्कि आपके Phone का Architecture, Hardware capacity, Camera, Memory, Applications सब कुछ next level हो गया था. अब quad core, Octa Core processor वाले मोबाइल आने लगे….4-8 GB memory और 128-256 GB storage मिलने लगा… Camera 32-64-128 megapixel तक जा पहुंचे.

4G आने के बाद Apps में बेतहाशा वृद्धि हुई… हर काम करने के लिए Apps आने लगे. Video कॉल्स एकदम क्लियर होने लगी, Online Streaming बिना बफरिंग के होने लगी…. हर इंसान के phone में ढेरों apps, games मिलने लगे….20-30-40GB की फोटो video गैलरी होने लगी. फोन पर कोई भी वेबसाइट खुल सकती थी…. फोन को Hotspot बना कर multiple devices से जोड़ा जा सकता था.

4G के बाद हम data को लेकर निश्चिंत हो गए… कंपनियों ने Unlimited Data packs देने शुरू कर दिए.. हर इंसान रोजाना का 20-30-50 GB तक इस्तेमाल करने लगा.

हमने देखा की कैसे 4G ने पिछले 10 सालों में Education, Marketing, Communication, Entertainment, Retail, Ecommerce, Governance, Agriculture को बदल डाला….4G के कारण भारत में Financial Inclusion की क्रांति आई… हर इंसान देश के अर्थ तंत्र से जुडा.. UPI जैसे product ने हमारे Transactions करने के तारीके को ही बदल दिया… मोबाइल फोन से ही Video, professional pics shoot होने लगे… देश विदेश ने किसी से कभी भी Online connect होने की सुविधा मिलने लगी.

आप चलती गाड़ी में बिना buffering के Office का काम कर सकते थे, classes ले सकते थे, देश दुनिया में बैठे लोगों के साथ meeting कर सकते थे… Financial Transactions कर सकते थे.. खाना order कर सकते थे… मोबाइल फोन से Smart devices से connect कर सकते थे… अमेरिका में बैठे बैठे अपने phone की app पर अपने दिल्ली वाले घर पर लगे CCTV को control कर सकते थे… Light on off कर सकते थे. Online Marketplace पर जा कर कपडे, चश्मे, जूते Virtually try कर सकते थे….. Large File transfer कर सकते थे… High Fidelity gaming कर सकते थे… Pubg, Call of duty जैसे games अब मोबाइल पर खेले जा सकते थे.

Augmented Reality और Virtual Reality ने कई चीजों को बदल दिया… मोबाइल फोन पर ही Simulations किये जा सकते थे.

वहीं टेलीमेडिसिन और Education में Training, Study, Remote Support, Remote Consultation और prescription, Online Classes, Online Exams, Online Mentoring जैसे कई काम अब संभव थे.

इसके अलावा एक और चीज हुई… अब Phones में AI enabled Apps आने लगीं….आप अपनी शक्ल किसी और पर थोप सकते थे, जवान और बूढ़े बन सकते थे…फोटोज को Restore कर सकते थे.. कुलमिलाकर कर Artificial Intelligence का मज़ा उठा सकते थे…. इसके अलावा NFC का इस्तेमाल कर सकते थे, Phone को ही एक credit card की तरह इस्तेमाल किया जा सकता था.

अक्टूबर 2022 में भारत में 5G लॉन्च हुआ…और जैसे ही लॉन्च हुआ सब जगह वही शोर.. कि देखो अब internet speed 10 गुणा बढ़ जायेगी… अब फ़िल्म जल्दी download होने लगेगी.

5G से आपको 500 एमबीपीएस से लेकर 1gbps की speed मिलेगी… मैंने अपना screenshot लगाया है..700+ mbps की speed मिल रही है.. जो 4G की speed से 20-25 गुणा ज्यादा है.

लेकिन क्या 5G सिर्फ फ़िल्म downloading के लिए है?? बिल्कुल नहीं.

5G आपको एक नई दुनिया में ले के जाने वाला है….लेकिन उसे जानने से पहले 5G के Use Cases आपको समझने पड़ेंगे… पिछले 10 साल मे जो आपके जीवन में बदलाव आया है.. अगले 5 साल में उससे कहीं ज्यादा बदलाव आप देखने वाले हैं.

पिछली post में हमने देखा कि पिछली Generations में मोबाइल Phone और Cellular Technology से क्या क्या काम हो पाते थे, क्या Use Cases थे, क्या क्या बदलाव आये.

 

अब बात करते हैं 5G की… जैसा कि पिछली post में कहा..5G और 5G+ की speed 4G से 30-100 गुणा तेज होगी… और यह speed केवल फ़िल्म Download के लिए नहीं है… यह speed हमारी जिंदगी बदलने जा रही है.

मैंने इस post में कुछ Functional Area लिए हैं और उसमे 5G के Use Cases बताये हैं… इनमे से कई काम आप आज भी देख पा रहे होंगे… और बाकि की चीजें आप 1-2 सालों में होता देखेंगे

1. Functional Area – High-speed Internet
500mbps से 1gbps तक की speed तो आपको मिलेगी ही, 5G+ में आपको और तेज मिल जायेगी.

5G Fixed Wireless Access (FWA) के कारण गाँवों, कसबों और दूर दराज के इलाकों में High Speed Internet मिलेगा.

लोग कहीं से भी बैठ कर अपना काम कर पाएंगे

अगर Consumers की बात की जाए तो IoT devices का जाल बिछ जायेगा… ढेरों Wearables, trackers, and sensors होंगे, जो कई तरह के काम करने में मदद करेंगे. जैसे आज Smart Watch होती है, ऐसे ही Smart AC, Smart Fridge, Smart Washing Machine होंगी… आपके मोबाइल, Laptop, Tab आदि तो पहले से ही connected हैं.

2. Functional Area – Media and entertainment

5G की सहायता से आपको Immersive content देखने को मिलेगा….AR/VR डिवाइस की सहायता से आप 3D,5D जैसे content घर बैठे देख पाएंगे…. यह अभी शुरू हो गया है.

अगर TV की बात की जाए तो आप UHD/4K/8K का Experience ले पाएंगे… यह आज भी होने लगा है.

Gaming की बात की जाए तो आप Immersive और cloud gaming के मजे ले पाएंगे… बिना Gaming Console लगाए सीधा TV पर Cloud से ही Game Order करके खेल पाएंगे… हाँ Local Controller लगाना पड़ेगा.. जो पूरे Console से बहुत सस्ता पड़ेगा.

In-stadium immersive experience ले पाएंगे…. AR/VR डिवाइस के इस्तेमाल से आप घर में बैठे ही Stadium जैसे मजे ले सकते हैं…. अपने दोस्तों और बाकि Viewers को अपने आस पास महसूस कर पाएंगे.

यही बदलाव आपको live broadcasting and streaming में देखने को मिलेगा… कोई Award Ceremony हो, या Live कार्यक्रम हो… आपको लगेगा जैसे आप वहीं बैठे हैं.

5G से आप Metaverse के मजे भी ले पाएंगे… AR/VR या Smart Glasses का उपयोग करके आप Virtual Meeting कर पाएंगे.

Team Meetings बिल्कुल Face to Face जैसा अनुभव होगा.

मान लीजिये आप एक Developer हैं… आप बैंगलोर में रहते हैं… आपकी एक team शिकागो में है.. और आपका Software किसी China की Manufacturing कंपनी में installed है….. उसमे कोई Bug आ जाता है…. तो आप और शिकागो में बैठे आपके Team Members AR /VR डिवाइस की सहायता से उस Bug को ठीक कर सकते हैं…. चीन में manufacturing Unit में बैठे लोग एक Virtual Assistant की सहायता से Software को upgrade कर पाएंगे.

3. Functional Area – Education

Smart classrooms देखने को मिलेंगे जिसमें आपको AR /VR डिवाइस के माध्यम से immersive lessons और training मिल पाएगी.

आप Simulated Environment का उपयोग करके पढ़ाई कर पाएंगे.. जैसे Flying सिमुलेटर्स में होता है.

Holographic telepresence के उपयोग से एक टीचर घर से ही virtually बीम हो कर remote areas में classes ले पायेगा. यह चीज अभी भी होती है…

4. Functional Area – Advanced manufacturing

मोबाइल technology की ही तरह Industrial Revolution की भी Generations होती है…. आज हम Industry 4.0 में प्रवेश कर चुके हैं…. अब हमारे Industrial Processes बदल जाएंगे, जिसमें 5G का बहुत बड़ा हाथ होगा.

Automation and Control – factories में Assembly line बदल जाएंगी…remote assistance, robot control, collaborative robots के माध्यम से मैन्युफैक्चरिंग आसान होगी, सस्ती होगी और बेहतर होगी… defects कम होंगे.

मशीनो की Maintenance भी AR/VR के माध्यम से होगी….. मानेसर की factory में अगर कोई Robotic Arm काम नहीं कर रही होगी, तो Mumbai में बैठा Technician AR/VR डिवाइस पहन कर उसे वहीं बैठे ठीक कर देगा…. मानेसर में
बैठे इंसान को उसके instructions follow करने होंगे और machine ठीक हो जायेगी. इससे Productivity बढ़ेगी, Downtime कम होगा, और Support cost भी कम हो जाएगी.

Autonomous factory transport – Factory के अंदर Transport और Movement automatic हो जायेगा… Assembly line पर product तैयार हुआ, उसे Robot load करेगा.. और Autonomous Vehicle उसे Warehouse में unload करके आप जायेगा.

इसके अलावा Logistics की समस्या को Drone की सहायता से सुधारा जायेगा.. Last Mile डिलीवरी बेहतर हो जायेगी.

Industry 4.0 में इंसान और Robots मिल कर काम करेंगे… Heavy Part को उठाना हो, कोई ख़तरनाक काम करना हो, High Temperature पर काम करना हो.. वो robot करेगा, वहीं इंसान उसे operate करेगा.. और यह सब 5G की सहायता से होगा… क्यूंकि Robots और अन्य Autonomous Machines को आपस में communicate करने के लिए Real Time High speed communication medium चाहिए.. वह 5G उपलब्ध कराएगा.

कोई भी technician 5G AR goggles की सहायता से machine की जांच कर पायेगा, Support Manual और Repair Instructions पढ़ पायेगा… कोई ख़राब Part को तुरंत पहचान पायेगा… और साथ ही कोई हानिकारक part से दूर रह पायेगा… इससे Factory में दुर्घटनाएं कम होंगी.

5. Functional Area – Life sciences and healthcare

5G technology की सहायता से सरकार और Healthcare Service Providers Health Data की Remote monitoring कर पाएंगे.

Remote consultation and Diagnostics हो पाएगी… आज भी होने लगी है… मणिपुर में बैठा मरीज अपने Phone के माध्यम से Live अमेरिका के किसी सर्जन से परामर्श ले पायेगा… मोबाइल की app द्वारा उसका Heart Rate, BP, शुगर level और अन्य कई Parameters डॉक्टर देख पायेगा… मरीज द्वारा पहनी गयी Smart Watch या Sensor के द्वारा उसे पता लग जायेगा कि मरीज को कोई मानसिक समस्या, Hypertension तो नहीं.

Doctors की team 5G-based video conferencing कर पाएगी… और जटिल समस्याओं को जल्दी सुलझा पाएगी… वहीं smart ambulance की सहायता से मरीज के सारे vital parameters पहले से ही doctors को मिल जाएंगे.. उसका इलाज जल्दी शुरू हो पायेगा.

Digital hospitals, मतलब faster transmission within departments.. तुरंत reports आना.. तुरंत test होना.

immersive training.. यह बहुत महत्वपूर्ण है…. गुडगाँव में बैठा डॉक्टर AR/VR और 5G की सहायता से दुनिया के किसी भी कोने में बैठे doctors को training दे पायेगा… और वो भी ऐसे जैसे सब लोगो अगल बगल में खड़े हों.

Pharma manufacturing बदल जाएगी…automation and control, remote maintenance के कारण मैन्युफैक्चरिंग बेहतर होगी… Defects कम होंगे… वहीं AI/ML के कारण Vaccine तेजी से बन पाएंगी.

6. Functional Area – Automotive Infotainment

हम आज भी Connected Cars देखते हैं… लेकिन यह एकदम basic level है.. Tesla इसे काफी आगे ले जा चुका है, और अब यह क्रांति भारत में भी आएगी.

immersive content and applications, UHD/4K video – यह सब आपको Cars में मिलेगा…. आपकी Car आपका Entertainment Hub बन जायेगी… लेकिन गाड़ी चलाते समय इसका उपयोग कम होना चाहिए.

Navigation – HD maps, hyper-precise location services मिलेंगी… जो आपको Navigate करने में मदद देंगी.

Autonomous vehicles आप जाएंगे… जिसमें ड्राइवर की जरूरत नहीं होगी…. दिल्ली मेट्रो ने ड्राइवरलेस Train की शुरुआत कर दी है…Private Cars के लिए High Speed Internet connectivity की जरूरत पड़ेगी, ताकि Car अपनी Surrounding के बारे में aware रह सके… चारों तरफ लगे कैमरे और Sensors का data realtime में process कर सके… और यह काम 5G की मदद से होगा.

V2V communications, driver assistance भी 5G की सहायता से होगा…. आज कल की cars में आपको ADAS system मिलने लगा है….5G उसे अगले स्तर पर ले जायेगा.

Port management – किसी Port में आने जाने वाले सामान की real-time monitoring and analysis हो पाएगी.. इसमें IoT, sensors और 5G सहायता करेंगे.

इसके अलावा automatic control of traffic भी एक सच्चाई बनेगी…..जिसमें CCTV camera, Drones, sensors आदि के गठजोड़ से एक Control System बनेगा, जो Traffic को control करने का काम करेगा… Predictive Algorithms आपको बताएंगी कि कहाँ traffic ज्यादा मिलेगा.. कितना time लगेगा….. यह काम Google Map आज भी करता है… लेकिन भविष्य में यह बेहतर तरीके से होगा… क्यूंकि 5G sensors के कारण जानकारी accurate होगी.

7. Functional Area – Smart infrastructure

यह एक बड़ा domain है, जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुडा है.

Safety and security – HD surveillance cameras, emergency response (VR assistance) की सहायता से हमारे घरों और सोसाइटी की सुरक्षा बेहतर होगी.

Smart utility services से सरकारी सुविधायें और Public सुविधाएं बेहतर हों जाएंगी.

Citizen engagement बढेगा… पंचायत स्तर पर भी 5G के कारण योजनाएं बेहतर तरीके से implement होने लगेंगी…शहर और गाँव के लोगों को e-services उपयोग करने में आसानी होगी.

High-speed connectivity in public places…5G के कारण Public places में internet connectivity बेहतर होगी.. Hotspots होंगे.

Immersive tourism – यह एक नया field है… इसमें आप Technology का प्रयोग कर घर बैठे ही Virtual Journey कर पाएंगे…. बड़े बूढ़े और बच्चों को आप AR /VR की सहायता से उनकी मन पसंद जगह का virtual tour करा पाएंगे… किसी जगह जाने से पहले उसका Virtual tour करने से आप की कई समस्याएं कम होंगी और आप बेहतर तरीके से तैयार होंगे अपने Holidays को enjoy करने के लिए.

5G की सहायता से Drones का उपयोग बढेगा… ख़ास कर Logistics, Agriculture, Defence, Manufacturing, Medical Services, Entertainment, Tourism, Evacuation, और Disaster Management आदि में.

यह केवल 7 Functional Areas बताये हैं… ऐसे दर्जनों areas और हैं जहाँ 5G के आने के बाद सब कुछ बदल जायेगा.

यह Technology आपके जीवन के हर पहलु को प्रभावित करेगी… और यही कारण था कि भारत सरकार ने 5G auction से चीन को दूर रखा… क्यूंकि अगर चीन को मौका मिलता तो इन सभी domains पर उसका नियंत्रण हों जाता. इस मामले में भारत सरकार को यह निर्णय लेने के लिए पूरे नम्बर दिए जाने चाहिए.

आज हमारे पास Jio के रूप में खुद का end to end 5G solution है…. वहीं Airtel और वोडाफोन ने European कंपनियों के साथ मिल कर Solutions बना लिए हैं.. जो हम इस्तेमाल कर रहे हैं.

5G एक जरूरत बन गया है.. और आने वाले 1-2 सालों में ही ऊपर बताये गए अधिकतर Use Cases आपको रोजमर्रा की जिंदगी में होते हुए मिलेंगे.

और अभी तो 6G भी आने वाला है… लेकिन वो शायद अगले दशक में आये… उसके Use Cases अलग होंगे…. तब शायद हमें मोबाइल Phone पर 100gbps की speed से data download करने को मिल जाए… और मुझे पूरी आशा है कि यह पोस्ट्स पढ़ने के बाद आप internet की speed को मात्र फ़िल्म download करने से जोड़ना बंद कर देंगे 🤣🤣🤣

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